17 जून 2023
बीना चौहान
सेब उत्पादक संघ की बैठक पंजाई में हुई। बैठक में किसान सभा राज्य सचिव डॉ ओंकार शाद उपस्थित थे ।उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां लगातार किसान विरोधी रही है। जिसकी वजह से आज सेब की खेती लगातार संकट में जा रही है ।जबकि हिमाचल प्रदेश की आय में सेब का महत्वपूर्ण योगदान है ।परंतु सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण लगाता सेब की खेती संकट में जा रही है ।सरकार सेब की खेती से जुड़े तीन कानून जिसमें मुख्य रुप से एपीएमसी एक्ट ,मेट्रोलॉजिकल एक्ट ,गुड्स ट्रांसपोर्ट एक्ट को लागू नहीं कर रही है ।जिसकी वजह से किसान बागवान लगातार ठगे जा रहे हैं। आढ़तियों और सरकार की मिलीभगत के चलते वागवानों को लगातार लूटा जा रहा है। इसलिए सरकार की नीतियों के खिलाफ इकट्ठे होकर लड़ने की आवश्यकता है और आज हिमाचल प्रदेश में बागवान सेब उत्पादक संघ के रूप में संगठित होकर अपने हकों की लड़ाई लड़ रहे हैं। सेब उत्पादक संघ सरकार से यह मांग करती है कि सरकार शीघ्र अति शीघ्र यूनिवर्सल कार्टन, लागू करे। सेब को वजन के आधार पर खरीदा जाए और वजन के आधार पर ही किराया तय किया जाए। साथ ही तीनों कानूनों को शीघ्र अति शीघ्र लागू किया जाए। अंत में कमेटी का गठन किया गया जिसमें विरेंद्र कुमार को संयोजक, मानसिंह को सह संयोजक, ओम चंद, घनश्याम शर्मा ,यदुनंदन राय, पदम् देव, रविंद्र पाल, रूपचंद दिलीप सिंह, बलराम को सदस्य बनाया गया।
7 सदस्य प्रतिनिधि मंडल 21 जून को होने वाले राज्य अधिवेशन शिमला के लिए चुना गया ।