18 अक्टूबर 2023
नवरात्रि में रात को घर घर जाकर देव गाथा व माता रानी की भेंटों से पुरातन संस्कृति को पहुंचाने का कार्य रत्न लाल व उनकी पार्टी कर रही है।रत्न लाल ने बताया कि नवरात्रि के शुरू होते ही हिमाचल की संस्कृति को जीवित रखने के लिए रात से लेकर सुबह तक देव भजनों व भेंटों को घर घर सुनाने का काम कर रहे है ,उन्होंने बताया कि इस संस्कृति को लोकल भाषा मे माला कहते है ।इसमें डोल ,चिमटा व खँजरी बजाकर भेंटों से गुणगान किया जाता है इसमें सारा किरदार पुरुषों द्वारा किया जाता है जिसमें एक पुरुष महिला का रूप धारण किये होता है व एक बहरूपिया हास्य कलाकार की भूमिका अदा करता है।रत्न लाल ने बताया कि ये हमारे प्रदेश की पुरातन संस्कृति है व इसको संजो कर रखना हमारा कर्तव्य है ,पूर्वजों से चली आ रही इस धरोहर को जिंदा रखना है और इसी उद्देश्य को लेकर आने वाली पीढ़ियों को भी इस कला को सीखा रहे है।उन्होंने कहा कि इस समूह में संजीव कुमार,सुनील कुमार,सुरेंद्र पाली,दलीप चंद आदि अपनी सेवाएं दे रहे है।