लावारिस लाशों की अस्थियां हरिद्वार भिजवा चुका हैअध्यापक रूप सिंह
नेर चौक
जब से बरसात के मौसम में कुदरत का कर बरस रहा है तब से बाढ़ में बैह कर आ रही लाशौ का पोस्टमार्टम मेडिकल कॉलेज नेर चौक में किया जाता है जिन लाशों की पहचान नहीं हो पाती है या लावारिस होती है उन्हें मेडिकल कॉलेज नेर चौक उनको नगर परिषद नेर चौक के हवाले कर उनका अंतिम संस्कार रत्ती श्मशान घाट में किया जाता है जिसके बाद मास्टर रूप सिंह जो कि आज कल माध्यमिक पाठशाला पुरानी मंडी में बतौर कला अध्यापक कार्यरत है व इनके अन्य साथी उत्तम अनिल व ड़मेश्वर (राजू )जो हिमाचल पथ परिवहन निगम सुन्दर नगर में चालक पद पर है और सुन्दर नगर से हरिद्वार बस चलाते है वे इन अस्तियों को हरिद्वार ले जाकर गंगा में बिधिवत परवाह करके महान समाज में अपना कर्तव्य निभा रहे है l अभी तक लगभग आठ लावारिस लाशों कि अस्थियो को गंगा में विसर्जित कर चुके है।