विवाद से कहीं लोगों का हित पीछे ना छूट जाए :अजय राणा 

नेरचौक, 19 अगस्त

प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा ने कहा,कल से एक विवाद मैं प्रशासन के कर्मचारियों और नाचन के विद्यायक विनोद कुमार का सुन रहा हूं। ऐसी आपदा की घड़ी में इस तरह का विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है। संयम सब तरफ से होना चाहिए। आपदा से ग्रसित लोग,विद्यायक व कर्मचारी इसी समाज के अंग हैं। विद्यायक के घर दुखी लोग जब पहुंचे तो विद्यायक का भी अपने लोंगो को देख कर द्रवित व दुखी होना स्वाभाविक है। कई बार हम अधिकारियों को भी गुस्से में देखते हैं इस का मतलब यह नहीं कि हम आपसी सरोकार खत्म कर कोर्ट कचहरी करने लग जायें। मैं यह मानता हूं कि स्वाभिमान हर व्यक्ति का है। चाहे  वह कर्मचारी है या नेता है या आमजन है। फिर हमें ऐसी आपदा में एक दूसरे के मानसिक दबाव को भी समझना चाहिए। इस विवाद से कहीं लोंगो का हित पीछे न छूट जाये तो ऐसे में मैं दोनो पक्षों से सार्जनिक हित में अहम छोड़ने की अपील करना चाहूंगा। अधिकारियों व विद्यायक के लिए अहम तो आपदा से निपटना ही है न? तो ऐसे में व्यक्तिगत अहम को दरकिनार करें।                                      अजय राणा ने कहा विद्यायक जी को भी मैं कुछ लोंगो को देख रहा हूं कि अनाप-शनाप बोल रहे हैं जो न तो न्यायसंगत है न ही उचित है। आखिर वह भी तीसरी बार जीता विद्यायक है।  और वह भी लोंगो ने ही जिताया है।तो यह अभद्रता हमें उनसे भी नहीं करनी चाहिए। हमें मिल बैठकर ये मसले बड़े हित के लिए समेट लेने चाहिए। गल्ती कहीं से हो सकती है। सार्वजनिक तौर पर हमें यह मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। सब की इज्जत करें।

उन्होंने कहा हमें मानवीय स्वभाव को समझने की भी आवश्यकता है। अब क्या विद्यायक भी अपने ऊपर अंट-शंट बोलने वालों के खिलाफ कोर्ट कचहरी में जाये? कदापि नहीं। आपदा मे संयम से काम लें और हर व्यक्ति के स्वाभिमान की इज्जत हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *