बरसात के मौसम में नदी-नालों के समीप न जाएं लोग : श्रवण मांटा
मंडी, 22 जून :
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी श्रवण मांटा ने सभी मंडी जिलावासियों और पर्यटकों से बरसात के मौसम में नदी-नालों के समीप न जाने की अपील की है। बरसात में नदी-नाले उफान पर होते हैं, ऐसे में इनके पास जाने में खतरा हो सकता है।
इसके अलावा बरसात के दिनों में कुल्लू तथा मंडी जिला के अधिकतर पहाड़ी क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण कई बार ब्यास नदी पर स्थापित विद्युत परियोजनाओं के गेट पानी व सिल्ट की निकासी के लिए खोले जाते हैं, जिससे ब्यास नदी में जल स्तर बढ़ जाता है। सो लोग नदी के समीप जाने से भी बचें।
श्रवण मांटा ने संबंधित उपमंडलाधिकारियों, बीबीएमबी सुन्दरनगर व पंडोह के मुख्य अभियंता तथा लारजी पावर हाउस, मंडल थलौट के आवासीय अभियन्ता को निर्देश दिए कि वे मॉनसून सीजन में विद्युत परियोजनाओं में पानी निकासी के लिए गेट खोले जाने से एक दिन पूर्व संबंधित क्षेत्र में व्यापक प्रचार करवाना सुनिश्चित करें ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
उन्होंने कहा कि लोग किसी भी आपात स्थिति में टोल फ्री हैल्पलाईन नंबर 1077 के अलावा जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के दूरभाष नंबर 01905-226201, 226202, 226203 और 226204 पर भी सूचना देने अथवा सहायता लेने के लिए फोन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त सभी एसडीएम कार्यालयों में भी आपदा नियंक्षण कक्ष क्रियाशील हैं।
इसके अलावा बरसात के दिनों में कुल्लू तथा मंडी जिला के अधिकतर पहाड़ी क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण कई बार ब्यास नदी पर स्थापित विद्युत परियोजनाओं के गेट पानी व सिल्ट की निकासी के लिए खोले जाते हैं, जिससे ब्यास नदी में जल स्तर बढ़ जाता है। सो लोग नदी के समीप जाने से भी बचें।
श्रवण मांटा ने संबंधित उपमंडलाधिकारियों, बीबीएमबी सुन्दरनगर व पंडोह के मुख्य अभियंता तथा लारजी पावर हाउस, मंडल थलौट के आवासीय अभियन्ता को निर्देश दिए कि वे मॉनसून सीजन में विद्युत परियोजनाओं में पानी निकासी के लिए गेट खोले जाने से एक दिन पूर्व संबंधित क्षेत्र में व्यापक प्रचार करवाना सुनिश्चित करें ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
उन्होंने कहा कि लोग किसी भी आपात स्थिति में टोल फ्री हैल्पलाईन नंबर 1077 के अलावा जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के दूरभाष नंबर 01905-226201, 226202, 226203 और 226204 पर भी सूचना देने अथवा सहायता लेने के लिए फोन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त सभी एसडीएम कार्यालयों में भी आपदा नियंक्षण कक्ष क्रियाशील हैं।