संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती धूमधाम से संपन्न..
धडोली में भी गुरु महिमा का जम कर हुआ गुणगान …
अप्पर पडोह में गुरु लंगर रूपी प्रसाद से संगत हुई निहाल..
पडोह, 5 फरवरी ..
समूचे भारत देश में संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती रविवार को धूमधाम के साथ संपन्न हो गई। जिसमें मुख्य आयोजन जिला मुख्यालय के साथ लगते रवि नगर में आयोजित किया गया। नगर कीर्तन गुरु महिमा के गुणगान के साथ श्रद्धालुओं का हर रविदास गुरुद्वारे में हजूर लगा रहा। इस कड़ी में पडोह क्षेत्र के दुर्गम गांव धनोली के प्राचीन गुरु रविदास मंदिर में संध्या कीर्तन का आयोजन किया गया और गुरु रविदास जयंती के उपलक्ष में निशान साहब की सेवा की गई। इस अवसर पर शक्ति महिला मंडल की महिलाओं द्वारा गुरु कीर्तन किया गया। समाजसेवी बीआर भाटिया ने संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास जी के संदेश का सरल अनुवाद के साथ ग्रामीण संगत को निहाल किया। भाटिया ने इस अवसर पर गुरु रविदास के अनुयायियों से आग्रह करते हुए कहा कि हमें गुरु रविदास जी की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए सामाजिक समरसता एकता को बनाए रखना है। हमें शिक्षित होना है, अपने समाज को शिक्षित करना है। भाटिया ने इस अवसर पर समस्त देश व प्रदेशवासियों को गुरु रविदास जयंती की बधाई देते हुए कहा कि संत शिरोमणि ने ऐसे राज की ऐसे लोकतंत्र की कल्पना की थी जिसमें हर इंसान बराबर हो किसी प्रकार का कोई भेदभाव ना हो और कोई भूखा ना सोए। उन्होंने कहा “ऐसा चाहू राज में जहां मिले सबन को अन्न
छोटे बड़े सब समझ बसै रविदास रहे प्रसन्न। उनका यह संदेश आज के संदर्भ में अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर अप्पर पड़ोह में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।