वो दिन ” योजना के तहत एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन : सी.डी.पी.ओ. गोपालपुर


सरकाघाट, 14 फ़रवरी – मासिक धर्म से जुड़ी कुरीतियों  और नकारात्मक सामाजिक मानदंडों को बदलने के उद्देश्य के दृष्टिगत  आज बुधवार  को  राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पौंटा में मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में “वो दिन” योजना के तहत एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें  बाल विकास परियोजना अधिकारी गोपालपुर अनिता शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति थीं।

इस अवसर पर अनिता शर्मा ने कहा इस तरह के जागरूकता अभियानों के द्वारा उपमण्डल में युवा लड़कियों और महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता, सुरक्षा, गरिमा व आत्मविश्वास, बिना शर्म के साथ व्यवस्थित करने के उद्देश्य से जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा की मासिक धर्म को लेकर समझ बढ़ाने की जरूरत है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो लड़कियों में 11 से 13 साल की उम्र में शुरू हो सकती है तथा 28 से 35 दिनों का मासिक चक्र रहता है । उन्होंने बताया कि अभी भी पूरे विश्व के कुछ समाज में इस विषय पर खुल कर बात नहीं की जाती है, जिसके चलते महिलाओं व किशोरियों को शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि हमें एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जिसमें हर महिला और लड़की जिस भी समय अपनी निजता, सुरक्षा एवं बिना शर्म के साथ अपने मासिक धर्म को स्वस्थ तरीके से प्रबंधित करे ।

स्वास्थ्य विभाग की कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर नेहा ने बताया की प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना “वो दिन” का उद्देश्य राज्य की महिलाओं एवं किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान हिम्मत व सहारा प्रदान करना है। योजना के अन्तर्गत मासिक धर्म स्वच्छता, बच्चे के विकास के 1000 दिन तथा महिलाओं एवं बच्चों में एनीमिया की रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म एक ऐसा विषय है जिसके संबंध में आज भी हमारे समाज में खुलकर बात नहीं की जाती है। इससे महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं में 15-24 आयु वर्ग में सुरक्षा के स्वच्छ तरीकों में सुधार आया है, परन्तु अभी भी गाँव में महिलाएं माहवारी के दौरान स्वच्छता न होने के कारण कई गंभीर बीमारियों जैसे हेपेटाइटिस बी, प्रजनन मार्ग के अंगों के संक्रमण तथा सर्वाइकल कैंसर आदि बीमारियों के खतरे से जूझ रही हैं। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म प्रथाओं को अभी भी कई सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक प्रतिबन्धों का सामना करना पड़ता है जो मासिक धर्म स्वच्छता प्रबन्धन में बहुत बड़ी बाधा है। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म के दौरान महिलाएं एवं किशोरियां अपनी स्वच्छता का ध्यान रखें।

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पौंटा की प्रधानाचार्या श्रीमती सरिता शर्मा वो दिन योजना के अंतर्गत में जागरूकता शिविर आयोजित करने के लिए महिला एवं बाल विकास का धन्यबाद किया। उन्होंने समाज मे फैली गई बुराईओं को दूर करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमें समाज मे फैली कुरीतियों खत्म करने का आग्रह किया। 

कार्यक्रम में विभाग द्वारा पेटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पौंटा की छात्राओं ने बढ़चढ़ के भाग लिया।

सी.डी.पी.ओ  द्वारा प्रतियोगिता में हिस्सा  ले रहे प्रतिभगियों को इनाम बाँट कर उत्साहित किया गया।


इस शिविर में आँगनबाड़ी कार्यकर्ता , स्कूली छात्र, आँगनबाड़ी पर्यवेक्षक व स्थानीय महिलायें भी उपस्थित रही।

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