14 फरवरी 2024
बीना चौहान
वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी में “सतत विकास के लिए जैव विविधता और पर्यावरण के उभरते मुद्दे” विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन महाविद्यालय का जीव विज्ञान विभाग कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश व दुनिया के 160 से अधिक विज्ञानिक, प्रोफ़ेसर व शोधार्थी हाइब्रिड माध्यम से भाग ले रहे।
जैव विविधता व पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर विज्ञानिक, प्रोफ़ेसर व शोधार्थी अपने शोध पत्र ऑनलाइन व ऑफलाइन प्रस्तुत कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ उच्च शिक्षा के एडिशनल डायरेक्टर प्रोफेसर कृष्ण कुमार वैद्य ( सेवानिवृत्त) ने किया। प्रोफेसर कृष्ण कुमार वैद्य ने जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग व उपभोक्तावादी संस्कृति पर विस्तृत व्याख्यान दिया। प्रोफेसर कृष्ण कुमार वैद्य ने मानव व प्रकृति के संबंधों में सुधार व संतुलन पर बल दिया।
इस अवसर पर वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी की प्राचार्या प्रोफेसर सुरीना शर्मा ने देश व दुनिया से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का स्वागत किया।
प्राचार्या ने वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी के इतिहास व हिमाचल हिमालय के पर्यावरण व जैव-विविधता पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की स्मारिका का लोकार्पण भी किया गया।
कौनकू विश्वविद्यालय साउथ कोरिया के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ शशिकांत भाटिया ने “शाश्वत विकास के लिए माइक्रोबज ” विषय पर आनलाइन शोध पत्र प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर बतौर बीज वक्ता
पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर एम सी सिद्धू ने “जैव-विविधता व उसकी संरक्षण की रणनीति” विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर डॉ विनोद कुमार मटू ने “बायोडायवर्सिटी, इनवायरमेंट सस्टेनेबल डेवलपमेंट” विषय पर ऑनलाइन शोध पत्र प्रस्तुत किया। प्रोफ़ेसर डॉ विनोद कुमार मट्टू बतौर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रथम सत्र में ऑन-लाइन मोड पर उपस्थित रहे।
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रथम दिन 6 तकनीकी सत्र आयोजित किए है।
इस अवसर पर यूनाइटेड स्टेट ऑफ़ अमेरिका की ईलीनयूस विश्वविद्यालय की डॉ गीतिका ठाकुर ने सटैम सेल तकनीक व पर्यावरण विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रीय सम्मेलन के को-कनविनर डॉ संजय नारंग ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
सहायक प्रोफेसर अदिति शर्मा, सहायक प्रोफ़ेसर डॉ अनिता ठाकुर , डॉ मोनिका पंचानी, डॉ महेंद्र भाटिया, डॉ दीपाली अशोक, डॉ राजकुमार, सहित अनेक विद्वान विज्ञानिकों, प्रोफ़ेसरों व शोधार्थियों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए। पुस्तकालय सम्मेलन कक्ष में चल रहे तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ दायक राम ठाकुर, डॉ विशाल, डॉ राजकुमार व डॉ हरीश चौहान ने की।
शोध पत्र पोस्टर प्रेजेंटेशन के निर्णायक मंडल में डॉ बनिता सकलानी व डॉ मनोज ठाकुर शामिल रहे।
इस अवसर पर जीव विज्ञान विभाग की प्रोफ़ेसर डॉ मोनिका पंचानी ने कहा – अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में 160 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर प्रोफेसर संतोष कश्यप सेवानिवृत्ति, अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की पेट्रन प्राचार्या प्रोफेसर सुरीना शर्मा, कनविनर डॉ मोनिका पंचानी, को-कनविनर डॉ संजय नारंग, सेकेट्री डॉ बलबीर सिंह व सयुक्त सचिव साहिब प्रोफ़ेसर अदिति शर्मा व ज्योति ठाकुर, वरिष्ठ प्रोफ़ेसर रविंदर कुमार, डॉ राधिका, डॉ बंदना, मेजर डॉ चेतन सिंह, फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन, स्टाफ काउंसिल के सचिव डॉ राजकुमार सहित देश व दुनिया से आये विज्ञानिकों, प्रोफ़ेसरों, शोधार्थियों, महाविद्यालय के सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया।