बीना चौहान
सेब उत्पादक संघ बाली चौकी ब्लॉक का सम्मेलन पंजाई में संपन्न हुआ। सम्मेलन का उद्घाटन किसान सभा पूर्व राज्य सचिव डॉक्टर ओंकार शाद किया। उन्होंने कहा कि 1990 के दशक के बाद सरकार की नीतियों के चलते लगातार सेब की खेती घाटे का सौदा बनती जा रही है। सेब में लागत बहुत ज्यादा है और बदले में किसानों को दाम बहुत कम मिल रहे हैं जिसकी वजह से लाखों लाख बागवान और किसान आत्महत्या करने पर मजबूर है ।यदि आज के दौर में सेब की खेती को फायदे में लाना है तो बागवानों को संगठित होकर संघर्ष करना होगा व सरकार को अपने संघर्ष के तले झुकना होगा। सेब उत्पादक संघ सरकार से यह मांग करती है कि बागवानी क्षेत्र में बजट उचित बजट की व्यवस्था करे। दवाइयां और खाद को टेस्ट करते हुए बागवानों को दिया जाए। बागवानी विभाग को मजबूत बनाया जाए। सरकार बागवानों को मिलने वाली दवाइयां, खाद व पौधों को नियंत्रण में रखें ताकि बागवानों की ठगी को रोका जाए ।सेब को किलो के हिसाब से खरीदा जाए इसके लिए यूनिवर्सल कॉटन को शीघ्र अति शीघ्र लागू किया जाए। पूरे क्षेत्र में सेब का किराया निर्धारित किया जाए और बागवानों को लागत का 50% लाभ दिया जाए। हर ब्लॉक में सीए स्टोर बनाए जाए। इन मांगों को लेकर प्रदेश भर में बागवान संघर्ष कर रहा है और आने वाले समय में और संघर्ष करेगी। सम्मेलन के अंत में ग्यारह सदस्य कमेटी का गठन किया गया ।जिसमें ओमचंद को अध्यक्ष, यदुनंदन राय को सचिव, श्री खेम सिंह और घनश्याम शर्मा को उपाध्यक्ष, ओमप्रकाश और अनूपचंद को सहसचिव बनाया गया। सम्मेलन को किसान सभा कुल्लू जिला अध्यक्ष नारायण चौहान व नौजवान सभा जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह राणा ने अपनी शुभकामनाएं दी।नवगठित कमेटी ने निर्णय लिया कि आने वाले समय में गांव गांव में बागबानों को संगठित किया जाएगा और हर बागवान को सेब उत्पादक संघ का सदस्य बनाया जाएगा। धन्यवाद।
महेंद्र सिंह राणा नौजवान सभा जिला अध्यक्ष मंडी