मेडिकल कॉलेज नेरचौक में रैगिंग का मामला
एमबीबीएस कर रहे छः प्रशिक्षु निस्कासित
नेरचौक, 17 सितंबर
श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का का मामला सामने आया है कॉलेज प्रबंधन ने रैगिंग में संलिपित 6 एमबीबीएस जिनमें दो छात्राएं भी शामिल है पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए निष्कासित करने के साथ-साथ 25- 25 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है बताया जाता है कि सीनियर छात्राओं के द्वारा प्रथम बैच के प्रशिक्षुओ की रैगिंग हॉस्टल में की है सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि सीनियर छात्रों द्वारा चार दिन पूर्व रैगिंग ली थी मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन जब दो दिन पूर्व लड़कियों द्वारा भी रैगिंग का ली गई जिसमें से एक प्रताड़ित प्रशिक्षु द्वारा अपने परिवार वाले को इस संबंध में अवगत करवाया तो कॉलेज प्रबंधन के हाथ पांव फूल गए और तुरंत मामले को एंटी रैगिंग कमेटी को सोपा गया एंटी रैगिंग कमेटी ने परत दर परत मामले की जांच कर कॉलेज के चार छात्रों और दो छात्रोंओ को रैगिंग के मामले में संलिपितता पाई गई जिस पर कमेटी की अनुशंसा पर कॉलेज प्रबंधन ने उक्त कार्रवाई अमल में लाई है प्रधानाचार्य डॉ.डी के वर्मा ने बताया कि संस्थान में रैगिंग की घटनाएं दर्ज की गईं। यह पाया गया कि बैच 2022 के कुछ एमबीबीएस छात्र 2023 के फ्रेशर बैच के साथ रैगिंग की घटना में शामिल थे। शनिवार को संस्थान की एंटी रैगिंग कमेटी की एक बैठक बुलाई गई । समिति ने विस्तृत जांच के बाद निष्कर्ष निकाला कि कुछ छात्र रैगिंग के कृत्य में शामिल थे और दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित की। घटना में शामिल छात्रों की कुल संख्या छह थी, उन सभी को छह महीने के लिए छात्रावास से निष्कासित किया जा रहा है साथ ही तीन महीने के लिए (शैक्षणिक) सत्र में भाग लेने से रोक दिया गया है। प्रत्येक छात्र को पच्चीस हज़ार रुपए जुर्माना भी लगाया गया है। सभी को चेतावनी दी गई है कि कोई भी रैगिंग करते हुए पाया गया तो सहन नही किया जाएगा। अगर भविष्य में रैगिंग जैसे मामले की पुनरावृत्ति होती है संलिप्त प्रशिक्षुओ को कॉलेज से निस्कासित भी किया जा सकता है।