लड़ागी गांव पहुंचने पर आनी के आराध्य शमशरी महादेव के लोगों ने किए दर्शन और लिया आशीर्वाद
देवता के दौरे पर हर गांव में सज रहें हैं मेले, नाटी का चल रहा हैं दौर
लोकेशन, चमन शर्मा आनी
आनी के लड़ागी गांव मे दो दिवसीय मेले मे देवता शमशरी महादेव के सानिध्य में जतराला मेला धूमधाम से मनाया गया। मेले में स्थानीय पंचायत के सेकड़ो देवलू शामिल हुए देव परम्परा अनुसार देवता का सतराला मेला 7 वर्षो बाद मनाया गया है। देवता शमशरी महादेव के कारदार संतोष ठाकुर ने कहा की सतराला मेले की अपनी परम्परा है। देव रीति मेले हर गांव में मनाए जा रहे है। लड़ागी गांव में मेले की समृद्ध संस्कृति की झलक देखने को मिली है। सतराला मेला आउटर सिराज का प्राचीन मेला है जिसे गांव वासी खुशी से मना रहे है। गांव लड़ागी में भव्य नाटी का आयोजन किया गया देवता शमशरी महादेव 23 सितंबर 2023 तक गांव के मेलो में शामिल होंगे। देवता शमशरी महादेव गांव लड़ागी के बाद गांव कोहिला जाएंगे।
बताते चलें कि शमशरी महादेव अपने मेले के 20 वें दिन क्षेत्र की को दुर्गम पंचायत लागों के अपने अधिकार क्षेत्र में पहुंचे। के यहां पहुंचने पर हजारों वर्ष पूर्व हुई लड़ाई की रस्म को निभाया गया। लढागी
क्षेत्र के देवता लक्ष्मी नारायण के कारदार ध्यान सिंह ने बताया कि लागी क्षेत्र पूर्व में दूसरे देवता के अधिकार में है। शमशरी महादेव ने युद्ध में इससे जीता है। जब भी देवता यहां अपने फेरे में आते हैं, तो उस समय हुए युद्ध की प्रतीकात्मक रूप में रस्म अदायगी से की जाती है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व देवता का चार दिन जाओं गांव में ठहराव रहा। इसके बाद देवता लढागी गांव पहुंचे। यहां देवता का दो दिन मेला चलता है। यहां पहुंचने के चौथे दिन देवता कोहिला गांव जाएंगे। उन्होंने कहा कि देवता के इस ऐतिहासिक दौरे के दौरान हर गांव में आयोजित मेले में आनी क्षेत्र के लढागी में मेले के दौरान लोगों ने आराध्य रामशरी महादेव के दर्शन किए।
