आपदा में झूठे दावे कर रही प्रदेश सरकार : जयराम ठाकुर
सड़कें बंद,ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली न पानी,लोग भयंकर संकट में किसान
बागवान अपनी फसल नदी नालों में फेंकने पर मजबूर सामान्य नहीं है ते स्थिति
राहत एवं बचाव कार्यों के लिए रात दिन काम करने की जरूरत
मंडी: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार आपदा में झूठे दावे व आंकडों से जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। जमीनी हकीकत यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी सैकड़ों संपर्क मार्ग बाधित हैं। प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ी हुई है। सेब व सब्जी का सीजन पूरे यौवन पर है। सड़क मार्ग बंद होने से किसान व बागवान अपने उत्पाद मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। सब्जी खेत और सेब बगीचों में सड़ना शुरु हो गए हैं। चंडीगढ़- मनाली राजमार्ग पर वाहन मालिकों को खराब सब्जी व सेब नदी नालों में फेंकना पड़ रहे हैं क्योंकि वाया पंडोह और वाया कटौला मार्ग कई दिनों से बंद हैं।
कई गांवों में बिजली,पानी नहीं है। राशन की किल्लत हो गई है। प्रदेश में ये स्थिति सामान्य नहीं बल्कि गंभीर है। आपदा से निपटने के लिए नौ से पांच बजे तक काम का तरीका सही नहीं है। इसके लिए दिन रात युद्धस्तर पर काम होना चाहिए। जयराम ठाकुर शुक्रवार को थुनाग में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह विपक्ष के नेता के नाते सवाल नहीं उठा रहे हैं,बल्कि सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि जमीनी हकीकत को देख शीघ्र कारगर कदम उठाएं। प्रदेश भर में हजारों की संख्या में लोग अपना घर छोड़ अन्य स्थानों पर शरण करने को विवश हुए हैं। हजारों की संख्या में लोग असुरक्षित स्थानों पर रह रहे हैं। सरकार से विशेष आग्रह है कि व्यक्ति की जिंदगी से महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। सरकार को उनके पुनर्वास के लिए शीघ्र कदम उठाने चाहिए।
कुल्लू मनाली को जोड़ने के लिए प्रयास तेज़ करने चाहिए ताकि अस्त व्यस्त जनजीवन दोबारा पटरी पर लौट।सके। सड़क मार्ग अगर जल्द बहाल नहीं हुआ तो इसका असर पर्यटन पर पड़ने से होटल इंडस्ट्री को भारी नुकसान पहुंचेगा। मनाली हमारा अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल है। यहां तक सड़कें बंद होने से होटल बंद पड़े हैं और स्थानीय लोगों के रोजगार पर भी इसका असर पड़ रहा है। इससे पहले उन्होंने अधिकारियों से बैठक कर चेताया कि वह राहत एवं बचाव कार्यों में भेदभाव न करें।
भाजपा पूरे स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं सराज के विधायक एवम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अपने क्षेत्र प्रवास के दूसरे दिन दुर्गम भाटकीधार तक दौरा किया। इस दौरान उन्हें अपना सरकारी वाहन छोड़ कार्यकर्ताओं की छोटी गाड़ी बदल-बदल कर यहां पहुंचना पड़ा। इस दौरान वे जगह जगह रास्ते में लोगों से मिले और प्रभावित परिवारों का भी दर्द सुना। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से सराज क्षेत्र को बहुत नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई करने में काफी वक्त लग जाएगा। मैंने आज सराज के लंबाथाच, शिवाखड्ड, बागाचनोगी व भाटकीधार का निरीक्षण किया तो देखा कि उपजाऊ भूमि सहित कई मार्गों व घरों को बहुत क्षति पहुंची है।
उन्होंने कहा कई घरों को खाली भी करवाना पड़ रहा है क्योंकि इन घरों में दरारें आ चुकी हैं और पीछे से स्लाइड का खतरा बना हुआ है। लोगों से अपील है कि संकट के इस दौर में हौसला बनाए रखें। मैं प्रभावित परिवारों के साथ खड़ा हूं और लोगों की बात को राज्य और केंद्र सरकार तक पहुंचाना मेरा दायित्व है। आपदा की इस घड़ी में लोगों तक जरूरी सामान कैसे पहुंचे इसके लिए सहायता उपलब्ध करवाने हेतु हमने केंद्र व राज्य सरकार से प्रमुखता से पक्ष रखा है। प्रभावितों को हैलीकॉप्टर के माध्यम से भी राहत सामग्री सराज में पहुंचाई जा रही है।
केंद्र सरकार के निर्देश पर एनडीआरएफ के जवान सेवा में लगे हैं और हमारे यहां खोलानाल से पचास के आसपास लोगों को सुरक्षित स्थान नगवाई में पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि मौसम काफी हद तक खुल गया है लेकिन अभी भी बंद पड़े मार्गों को खुलवाने के लिए गंभीर प्रयास नहीं हो रहे हैं जो चिंता का विषय है। उन्होंने मौके पर ही लोगों की समस्याएं सुनी और स्थानीय प्रशासन को फोन कर तुरंत समाधान निकालने को कहा। इस दौरान लोगों ने कहा कि भूस्खलन से बहुत सारी जमीनें बह गई हैं और सेब के बगीचे तबाह हो गए हैं। अधिकांश मकानों में दरारें आ गईं हैं जहां रहने में डर लग रहा है। लोगों ने रिश्तेदारों के घरों में शरण ले रखी है। राशन का संकट है और फसलों को मार्किट तक पहुंचाने के लिए सड़कें बंद पड़ी हैं जिससे करोड़ों की सब्जियां और फल खेतों में सड़ रहे हैं।