आपदा की इस घड़ी में दिन-रात कार्य कर रहे हैं पंचायत सचिव : चूड़ामणि

महासंघ के अध्यक्ष द्वारा दिए बयान की की कड़ी निंदा

नेरचौक, 20 अगस्त

पंचायत सचिव यूनियन बल्ह ब्लॉक के अध्यक्ष चूड़ामणि ने संयुक्त पटवारी एवं कानूनगो महासंघ जिला मंडी के अध्यक्ष द्वारा दिए उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है जिसमें उन्होंने कहा है कि आपदा की इस घड़ी में सिर्फ राजस्व विभाग ही दिन-रात कार्य में जुटा है और पंचायत सचिव और अध्यापक सहित अन्य विभागों के लोग कुछ कार्य नहीं कर रहे हैं उन्होंने उनके इस बयान की घोर निंदा करते हुए कहा है कि अपने काम की अहमियत बताने के लिए दूसरों की सरकारी सेवाओं को कम आंकना बिल्कुल भी न्यायउचित नहीं है उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव एक ऐसी कड़ी है जिसका की विकास के समस्त कार्यों से जुड़ाव होता है जिनको पूर्ण करने के लिए वह दिन रात मेहनत करते हैं और छुट्टी वाले दिन भी अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं ग्राम पंचायतों में रविवार के दिन में ही ग्रामसभा होती है और 15 अगस्त और 26 जनवरी जैसे रास्ट्रीय दिवस कार्यक्रम पंचायतों में किए जाते हैं जिसकी पंचायत सचिवों को कोई भी छुट्टी नहीं मिलती है। आपदा के समय प्रदेश भर के विभागीय कर्मचारी अधिकारी कार्य में जुटे हैं। चूड़ामणि ने कहा कि कोरोना के समय पर भी पंचायत सचिवों ने राजस्व विभाग के साथ दिन रात कार्य किया परंतु जब श्रेय लेने की बारी आई तो पंचायत सचिवों का दूर दूर तक नाम नहीं था । हमने इस बात का न तो विरोध किया और न ही हमे कोई श्रेय लेने की जरूरत है आपदा की इस घड़ी में पंचायती राज या ग्रामीण विकास विभाग का प्रत्येक कर्मचारी दिन रात करके आपदा से हुए लोगों के नुकसान के लिए जहां पर लोगों के घरों के पास लहासे गिरे हैं या डंगे गिर गए हैं उन्हें बनाने के लिए सेल्फ लेकर के निर्माण कार्य करके पूरे करने की लिए दिन रात कार्य कर रहे हैं जिसमें ग्राम रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक, कनिस्ट अभियंता पूरी मेहनत और लगन से कार्य कर रहे हैं और लोगों को ग्राम पंचायतों से बहुत ज्यादा आशा रहती है कि ग्राम पंचायत हमारे घरों के पास या गौशालाओं के पास जितने भी डगे गिर गए हैं उन्हें बनाने का काम करें इसलिए पंचायती राज विभाग पूरी तत्परता से लोगों की सेवा कर रहा है।

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