भूस्खलन के दंश से अभी भी खौफ ज्यादा हैं चुनाहन वासी
दूसरे के घरों में पनाह लेकर बिता रहे हैं रात
बिजली पानी की व्यवस्था पूरी तरह से पड़ी है ठप
आदर्श यादव
16 अगस्त
शनिवार रात को बादल फटने से तबाही का मंजर झेल रहा मंडी जिला के नाचन विधानसभा क्षेत्र का चुनाहन गांव अभी भी दहशत के साए में है। यहां बिजली पानी की व्यवस्था अभी भी ठप्प पड़ी हुई है। बार-बार मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश की दी जा रही चेतावनी के चलते यहां चुनाहन के साथ-साथ सलवाहन तथा मल्हनू गांव के लोगों में इतना खौफ पैदा हो गया है कि यहां के लोग रात को अपने घरों में नहीं सो पा रहे हैं। चार दिन पहले शनिवार रात को मकोड़ा गांव में बादल फटने से रविवार सुबह चुनाहन खडड में पहली वार इतनी भारी मात्रा में आए पानी ने जो तबाही मचाई उसने यहां के लोगों में ऐसा खौफ पैदा कर दिया है कि वह सदमे से बाहर ही नहीं निकल पा रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि यहां कई घरो को चुनाहन खडड ने अपनी चपेट में ले लिया है। घरों के चारों ओर खडड का पानी चार दिन से निरंतर बह रहा है। भारी बारिश होने की मौसम विभाग द्वारा बार-बार दी जा रही चेतावनी के चलते कहीं पानी अपना रूद्र रूप न दिखा दे इस बात की चिंता हर गांव वासी को सताने लगी है जिससे यहां के ग्रामीण रात को दूसरों के घरों में पनाह लेने पर विवश है।
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चार दिन बीत जाने पर अभी तक गांव में बिजली पानी की व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प पड़ी हुई है हालांकि बिजली विभाग अपनी ओर से कड़ी मसकत कर रहा है मगर अभी भी गांव के अधिकांश घरों में बिजली मुहैया कराने में विभाग बिफल रहा है जबकि पेयजल व्यवस्था तो बुरी तरह से ठप्प पड़ी हुई है। यहां के ग्रामीण पानी की बूंद बूंद के लिए मोहताज हो गए हैं। कुदरत के इस कहर ने सभी गांव वासियों को झिझकोर कर रख दिया है।
इतनी बड़ी त्रासदी होने के बावजूद राहत कार्यों को लेकर सरकार व प्रशासन बुरी तरह से विफल हुआ है। प्रशासन की ओर से गांव में मूलभूत सुविधा मुहैया करवाने के लिए सरकार व प्रशासन गंभीर नहीं दिख रही है जिससे आम आदमी हताश है।
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बादल फटने की यह घटना कोई मजाक नहीं है। इस घटना ने जो जख्म दिए हैं उनसे प्रशासन को सबक लेकर काम करने की आवश्यकता थी मगर प्रशासन यहां गंभीर नहीं दिख रहा है। परिणाम स्वरूप चुनाहन, मल्हनु तथा सलवाहन इन तीन गांव के लोगों पर अभी भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। इसलिए सरकार व प्रशासन को यहां गंभीरता से काम करना चाहिए तथा यहां के नागरिकों की सुरक्षा व सुविधा प्राथमिकता के आधार पर बहाल करने के लिए पुख्ता इंतजाम करने चाहिए।
कर्म सिंह ,पूर्व प्रधान
ग्राम पंचायत कोट
फोटो कैप्शन: एक ऐसा घर जिसे खडड ने अपने रूद्र रूप से अपनी चपेट में ले लिया है।

  1. बादल फटने से हुई तबाही के कारण बड़े-बड़े पेड़ों के बीच फंसी कार

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