घुमारवीं के तहत पड़ने वाले अमरपुर में साधु की मौत के बाद अब स्थानीय प्रसासन द्वारा पीड़ित परिवार की सुरक्षा की भी मांग उठाई जा रही है।
विनोद चड्ढा कुठेड़ा बिलासपुर
जिले के थाना घुमारवीं के तहत पड़ने वाले अमरपुर कस्बे में चंद रोज पहले
एक साधू बाबा द्वारा एक युवती से छेड़छाड़ तथा बाद में साधू बाबा द्वारा
आत्महत्या के प्रकरण में सोमवार को युवती के पक्ष में सैंकड़ों ग्रामीणों
ने मुख्यालय पर आकर शांतिपूर्वक तरीके से जिला के आलाधिकारियों के समक्ष अपना पक्ष रखा तथा पीड़ित परिवार की व्यथा को अवगत करवाते हुए न सिर्फ न्याय बल्कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए पीड़ित परिवार की सुरक्षा
की भी मांग की है। समाजसेवी एवं अधिवक्ता प्रकाश चंद बंसल की अगवाई में आयोजित इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन में विभिन्न समाजिक संगठनों के साथ
जनप्रतिनिधियों के भी भाग लिया। इस मौके पर इस प्रतिनिधिमंडल ने डीसी और
एसपी से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा तथा न्याय की गुहार लगाई।अधिवक्ता प्रकाश चंद बंसल ने कहा कि यदि मंदिरों में भी मां बहने महफूज
नहीं है तो आस्था के केंद्र सवालों के कटघरे में रहेंगे। इस मामले में जो
एक विडियो सामने आया है उसमें साधू बाबा अपनी गलती को मानते हुए क्षमा
याचना कर रहा है। किंतु कुछ लोग इसे जाति का रंग देने में लगे जबकि यह
जाति का मसला न होकर समस्त समाज का मामला है। क्योंकि इस प्रकार की
घटनाएं किसी के साथ भी हो सकती हैं। उन्होंने पीड़ित परिवार को निरंतर मिल
रही धमकियों को लेकर भी सुरक्षा की मांग उठाई है। वहीं बिटिया फाऊंडेशन
की राष्ट्रीय अध्यक्षा सीमा सांख्यान ने दो टूक शब्दों में कहा कि इससे
पहले बिलासपुर में मणिपुर जैसा घिनौना कृत्य सामने आए, पुलिस ऐसे तत्वों
पर अंकुश लगाए। वहीं अमरजीत चैधरी ने कहा कि पीड़ित परिवार के पानी की
पाइप तोड़ दी गई है।