उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने जिला बाल कल्याण एवं शिक्षा समिति की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार अनाथ व बेसहारा बच्चों के लिये आरम्भ की गई योजनाओं का पात्र बच्चो तक पहुंचाने के लिए प्रयास करे।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत निर्धारित मापदण्डों के तहत अनाथ व निराश्रित बच्चो को सुविद्याए प्रदान करने की पहल करे। उन्होंने कहा कि बाल आश्रम कहलेली को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत आदर्श केंद्र बनाया जाएगा। जहां बच्चो को सभी प्रकार की सुविद्याए उपलब्ध होगी।
उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को बाल आश्रम कहलेली के नए भवन निर्माण के लिए भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि जब तक भूमि का चयन नहीं हो जाता तब तक जगतसुख स्थित शिक्षा विभाग के भवन में बाल ग्रह कहलेली को स्थानांतरित करने की संभावनाएं तलाशी जाएं।ताकि यहां रह रहे बच्चों को किसी प्रकार की कठनाई न हो।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को बाल गृह कहलेली, बाल बालिका गृह दारुल-उल- फ़जल शरू व बाल बालिका गृह चंद्र आभा मेमोरियल स्कूल फार ब्लाइंड सरवरी में रह रहे बच्चों का हर महा सरकारी चिकित्सक द्वारा स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिये। उपायुक्त ने केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा अनाथ व निराश्रित बच्चों के चलाई जा रही योजनाओं का प्रचार प्रसार करने के भी निर्देश दिए।उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को शिशु पालना स्वागत घर क्षेत्रीय अस्पताल के मुख्य द्वार के निकट स्थापित करने को कहा तथा इसका प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिये।
बैठक में बताया गया कि फोस्टर केअर योजना के अंतर्गत अनाथ व असहाय बच्चों जिनकी आयु 18 वर्ष से कम है को वित्तीय लाभ प्रदान किया जा रहा है इन बच्चों को प्रतिमाह 4000 रुपये की अनुदान राशि दी जाती है इसके अतिरिक्त 500 अतिरिक्त सहयता दी जाती है ।उन्होंने कहा कि जिले में इस योजना से 25 बच्चे लाभान्वित हो रहे है। उन्होंने बताया कि स्पॉन्सरशिप योजना के तहत कुल्लू जिला में 58 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं इन बच्चों को 4500 रुपये प्रति माह प्रदान किये जा रहे हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जिले में किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत 3 बाल बालिका आश्रम कार्यरत है जिनमें बालगृह कहलेली, बाल बालिका गृह दर-उल-फ़जल शुरू, मनाली व बाल बालिका गृह चंद्र आभा मेमोरियल स्कूल फॉर ब्लाइंड सरवरी कुल्लू में है ।उन्होंने कहा कि 10 बच्चे बाल गृह कहलेली में , 48 बच्चे बाल बालिका गृह दर-ऊल-फ़झल शुरू में रहे रह रहे है जिनमें 30 लड़के तथा 25 लड़कियां शामिल है। बाल बालिका गृह चंद्र आभा मेमोरियल स्कूल फॉर ब्लाइंड सरवरी में 26 बच्चे रह रहे हैं जिनमे 18 लड़के व 11 लड़कियां शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *