जिला में 8 लाख 60 हजार 318 मतदाता, 11867 सर्विस वोटर

मंडी 3, नवम्बर। जिला मंडी की 10 विधानसभाओं में आठ लाख 60 हजार 318 वोटर पंजीकृत हैं जिनमें से 11 हजार 867 सर्विस वोटर हैं। सबसे अधिक मतदाता एक लाख 01 हजार 46  जोगिन्द्रनगर विधानसभा में पंजीकृत हैं, वहीं सबसे कम मंडी सदर में 78 हजार 113 मतदाता हैं। सरकाघाट विधानसभा में 92 हजार 207, दं्रग में 91 हजार 525, करसोग(अ.जा.) में 76 हजार 609, सुन्दरनगर में 83 हजार 690, नाचन (अ.जा.) में 88 हजार 483, सराज में 84 हजार 315, धर्मपुर में 82 हजार 732 और बल्ह(अ.जा.)में 81 हजार 597 मतदाता पंजीकृत हैं।
जिला में 18 और 19 आयु वर्ग में 34 हजार 447 मतदाता, 20 से 29 आयु वर्ग मंे एक लाख 71 हजार 883 मतदाता, 30 से 39 आयु वर्ग में एक लाख 82 हजार 110 मतदाता, 40 से 49 आयु वर्ग में एक लाख 75 हजार 526 मतदाता, 50 से 59 आयु वर्ग में एक लाख 34 हजार 134, 60 से 69 आयु वर्ग में 86 हजार 235, 70 से 79 आयु वर्ग के 45 हजार 076, 80 से 89 आयु वर्ग में 15 हजार 965, 90 से 99 आयु वर्ग में 2 हजार 914 और 100 से ज्यादा आयु वर्ग में 160 मतदाता पंजीकृत है।
जिला में सबसे अधिक ऊंचाई का पोलिंग स्टेशन द्रंग विधानसभा क्षेत्र का रूलंग पोलिंग स्टेशन है, इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 9 हजार फुट है । यहां पर मतदाताओं की कुल संख्या 308 है जबकि सबसे कम ऊंचाई का पोलिंग स्टेशन मंडी विधानसभा क्षेत्र का खलियार पोलिंग स्टेशन है इसकी समुद्र तल से ऊंचाई केवल 747 फुट है और मतदाताओं की कुल संख्या 688 है। सुन्दरनगर विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग स्टेशन चौगान में सबसे अधिक 1398 मतदाता हैं जबकि सबसे कम इसी विधानसभा के मतदान केन्द्र जरठू में केवल 95 वोटर हैं। सड़क से सबसे अधिक दूरी का मतदान केन्द्र सुन्दरनगर विधानसभा का मंजगांव पोलिंग मतदान केन्द्र है। इसकी सड़क से दूरी 10 किलोमीटर है और वहां पर 248 वोटर हैं।  
जिला में 1190 पोलिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं, जिनमें सबसे अधिक सराज  विधानसभा में 145 और सबसे कम बल्ह विधानसभा में 105 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जिला में 23 अति संवेदनशील, जबकि 53 मतदान केन्द्र संवेदनशील हैं। 1113 मतदान केन्द्र ग्रामीण इलाकों में तथा 77 मतदान केन्द्र शहरी इलाकों में स्थापित किए गए हैं। इनमें से 21 मॉडल पोलिंग स्टेशन हैं। चुनावों में 20 मतदान केन्द्र पूर्ण रूप से महिलाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे जबकि मंडी और सुन्दरनगर विधानसभाओं में एक-एक पोलिंग स्टेशन दिव्यांग कर्मियों द्वारा संचालित किए जांऐगे।

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